-पचास दमकल कर्मियों ने तीन सौ लीटर फोम की मदद से आग को बढ़ने से रोका
-तीन लाख लीटर लगा पानी, फायर डिपार्टमेंट के अधिकारी आज करेंगे कारणों की पड़ताल
संवाददाता कोटा: कोटा के विज्ञान नगर थाना इलाके में स्थित रोड नंबर दो पर एक फैक्ट्री में आग लगने से करीब एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।
सोमवार देर शाम को लगी आग पर काबू पाने में सात घंटे से ज्यादा की मशक्कत लगी। दमकल कर्मियों ने तीन लाख लीटर पानी व तीन सौ लीटर फोम की मदद से आग पर देर रात डेढ़ बजे बाद पूरी तरह काबू पाया। बुधवार को फायर डिपार्टमेंट के अधिकारी फैक्ट्री पहुंचकर निरीक्षण कर आग लगने के कारणों की पड़ताल करेंगे।
कैमिकल की वजह से फैली आग
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि सोमवार शाम सवा 6 बजे करीब रोड नंबर दो स्थित बरहानी प्लास्टिक फैक्टी में आग की सूचना मिली थी। सूचना पर दमकल की दो गाडियां मौके पर भेजी गई। फैक्ट्री में प्लास्टिक के कटटे बनाने का काम होता है। यहां रखे प्लास्टिक और कैमिकल में आग लगी और बढ़ती गई।
मौके पर पहुंची दमकलों ने आग बुझाने की कोशिश की। लेकिन आग तेजी से बढ़ने लगी। जिसके बाद एक के बाद एक पांच गाडियां अलग-अलग फायर स्टेशनों से मौके पर भिजवाई। फैक्ट्री के दो तरफ से आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू हुई। इसके बाद लगातार गाडियों की संख्या बढ़ाते रहे और आग बुझाने की कोशिश करते रहे। देर रात डेढ़ बजे आग की लपटों पर पूरी तरह से काबू पाया जा सका। हालांकि चिंगारियों और धुएं को कम करने के लिए देर रात तक जुटे रहे।
आसपास की फैक्ट्रियों तक फैलने लगी थी आग
राकेश व्यास ने बताया कि फैक्ट्री में कैमिकल की वजह से आग बहुत तेजी से फैली। आग को बुझाने की कोशिश करते रहे। लेकिन आग फैलती रही और आसपास की फैक्ट्रियों तक पहुंचने लगी थी। ऐसे में आग को फैलने से रोकना भी बड़ी जिम्मेदारी बन गया। जिस फैक्ट्री में आग लगी थी, उसके पीछे एक कार का शोरूम था। जिसमें दो सौ गाड़ियां खड़ी थीं। पास ही चॉकलेट बनाने की फैक्ट्री थी। आग दोनों तरफ बढ़ने लगी तो दोनों तरफ से दमकलें लगाकर फोम से उसे रोका गया। उन्होंने बताया कि आग फैलकर इन फैक्ट्री और शोरूम तक पहुंच जाती तो बड़ी घटना हो सकती थी।
तीन लाख लीटर पानी छिड़का
व्यास ने बताया कि आग लगने के बाद कोटा के उत्तर दक्षिण निगम की सभी फायर गाडियों को मौके पर बुला लिया गया था। 19 गाडियों की मदद से आग पर काबू पाने के प्रयास किए। गाडियों ने अस्सी चक्कर लगाए। पानी खत्म होने पर पास ही बड़े कोचिंग संस्थान और मॉल से फिर से पानी भरकर छिडकाव किया जाता रहा। डीसीएम की भी फायर बिग्रेड बुलवाई गई। इस दौरान तीन से चार लाख लीटर पानी का उपयोग किया और तीन सौ लीटर फोम डाला गया। सात घंटे से ज्यादा का समय आग बुझाने में लगा।
इधर, फैक्ट्री के आगे की दीवार जेसीबी से तुडवानी पड़ी ताकि पानी और फोम का छिडकाव किया जा सके। व्यास के अनुसार फैक्ट्री के तीन मालिक हैं जो घटना के समय अहमदाबाद में थे। वह बुधवार को कोटा पहुंचेंगे। इसके बाद फैक्ट्री का निरीक्षण किया जाएगा। फैक्ट्री में रखा सारा मैटीरियल और मशीनें आग की चपेट में आकर खराब हो चुकी हैं। एक करोड़ से ज्यादा का नुकसान फैक्ट्री में हुआ है।
रिपोर्ट – अहमद सिराज फारूकी