दूर-दराज के क्षेत्रों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने मेला क्षेत्र में डाला पड़ाव
हस्तिनापुर। मखदूमपुर गंगा घाट पर लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेले में उद्घाटन के तीसरे दिन लाखों श्रद्धालुओं ने श्रद्धालुओं ने पड़ाव डाल दिया है। वहीं गंगा घाट गंगा मैया के जयकारे गूंजने लगे हैं।
हस्तिनापुर क्षेत्र के मखदुमपुर गंगा घाट पर लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान एतिहासिक और पौराणिक मेले में जनपद मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, दिल्ली समेत आसपास के क्षेत्र के लाखों लोगों ने मेले में पड़ाव डाल दिया है। जिससे मेले की रंगत बढ़ती जा रही है। मेले में पड़ाव डालने वाले श्रद्धालुओं ने तंबु लगाकर मेले को तंबुओं की नगरी का रुप दे दिया है। मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही लोगों ने सब्जी, परचून, समेत दूध डेयरी की दुकान लगा ली है। जिससे मेले में सभी सुविधाएं मिल रही है।
शनिवार को लाखों श्रद्धालुओं ने पड़ाव डालने के बाद गंगा स्नान किया, जिसके बाद उन्होंने गंगा किनारे बैठकर पूजा अर्चना की। गंगा में हर दिन में हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं का आवागमन होता जा रहा है, मेला रोड पर रौनक बढ़ती जा रही है कतारबध होकर ट्रैक्टर और बैल बुग्गियों से श्रद्धालु मेले में पहुंच रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को काफी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ेगा। मेला स्थल तक जो रास्ते बनाए गए हैं उन पर पानी के छिड़काव की कोई व्यवस्था न होने से धूल के गुब्बारे से श्रद्धालुओं को गुजरना पड़ रहा है। मेला क्षेत्र में गंगा का जल स्तर कम होने से श्रद्धालुओं को स्नान के लिए बेरेकेटिंग से आगे जाना पड़ेगा। जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा स्नान के दौरान परेशानी झेलनी पड़ेगी, वहीं हादसों की भी संभावना बनी हुई है। कार्तिक पूर्णिमा मेले में पिछले वर्ष झूले और सर्कस नही लग पाए थे, जिससे गंगा में आने वाले श्रद्धालुओं को मनोरंजन के साधनों, झूलों और सर्कस का आनंद लिए बिना ही वापस लौटना पड़ा था। लेकिन इस बार मेला स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं को झूले का आनंद मिल पाएगा। मेला स्थल पर झूले वालों ने झूले लगा दिय है।