धरना स्थल पर बैठे मोहित के परिजनों का रो-रो कर हुआ बुरा हाल
Basti (Uttar Pradesh) – थाना कोतवाली पुलिस, स्वाट टीम, एस० ओ०जी० टीम व सर्विलांस टीम बस्ती की संयुक्त कार्यवाही में थाना कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत पिकीरा दत्तराय गांधीनगर से हुए अपहरण से सम्बंधित तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। आपको बताते चलें कि थाना कोतवाली पुलिस, स्वाट टीम, एस०ओ०जी० टीम व सर्विलांस टीम बस्ती की संयुक्त कार्यवाही में थाना कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत पिकोरा दत्तूराय गांधीनगर से मोहित यादव के अपहरण के संबंध में पंजीकृत मुकदमा से संबंधित तीन अभियुक्तों यथाक्रमश आदित्य विक्रम सिंह, प्रेरित पाल उर्फ गोरख, मुसम्मियान अनुद्राक्ष पाण्डेय को गिरफ्तार कर अन्य आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।गिरफ्तारी बरामदगी के आधार पर अपहरण कर हत्या धारा की वृद्धि कर अन्य आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
विदित हो कि अविनाश सिंह पुत्र स्व० अमरेन्द्र सिंह निवासी पिकौरा दत्तूराय गांधीनगर जनपद बस्ती द्वारा लिखित प्रार्थना-पत्र दिया गया कि मोहल्ले के लोगों द्वारा मुझे फोन करके बताया गया कि आपके घर में मारपीट व तोड़-फोड़ की जा रही है, जिस पर जब में घर पहुँचा तो पाया कि मोहित यादव (अपहृत) उर्फ रत्नेश यादव पुत्र स्व० मुकेश यादव जोकि मेरे यहाँ किराये पर कमरा लेकर रहता था, जिसे आदित्य विक्रम सिंह, 2-पुलकित गर्ग, 3-सत्यम कसौधन, 4-मोनू, 5-सैय्यद इल्हान व उनके साथ अन्य कुछ लड़के आकर मोहित यादव के कमरे में घुस कर तोड़-फोड़ किये है एवं मारपीट के दौरान जब वह बाथरूम में घुसा तो उसे वहाँ से खिंचकर नीचे ले जाकर कुछ दूर पैदल चलते हुए मुख्य मार्ग पर आकर चार पहिया वाहन से अपहरण करके हत्या करने की नियत से लेकर भाग गये, जिस पर थाना कोतवाली पर मुकदमा पंजीकृत कर संबंधित चार अभियुक्त मोनू जायसवाल उम्र करीब 23 वर्ष 02-18 वर्ष, करन जायसवाल उम्र करीब 18 वर्ष, सादिक उर्फ सुदुः नौडी उम्र करीब 18 वर्ष को गिरफ्तार कर बस्ती पुलिस टीम द्वारा एसएस से बाघरा कुआनो नदी में अपहृत मोहित के शव के तलाश हेतु अपहृत मोहित के शव की तलाश की जा रही है एवं अन्य आवश्यक वैधानिक की जा रही है।अभियुक्त से पूछताछ करने पर बताया गया कि, मोहित यादव ने सत्यम को धोखे से बुलाकर उसका एक अश्लील वीडियो बना लिया था, जिससे वह उसे ब्लैकमेल करता रहता था, जिसे हटाने के लिए हम लोगों ने मोहित को अगवा कर मारपीट कर घाघरा कुआनो नदी में शव को फेक दिया गया था। जनप्रतिनिधियों के साथ धरने पर बैठे मोहित के परिजनों जब सुना की मोहित की हत्या हो गई है तो पूरा परिवार धरना स्थल पर ही रोने लगे और पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है, जनप्रतिनिधियों का मानना है कि जब तक शव बरामद नहीं हो जाता तब तक कैसे मान लिया जाए की पुलिस हमारे साथ न्याय कर रही है।