संवाददाता कोटा:कोट में 6 महीने पहले नीट की तैयारी करने आई 21 साल की कोचिंग स्टूडेंट निशा यादव ने बुधवार देर रात 1 बजे अपने हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। निशा 12 दिन पहले 18 नवंबर को ही नए हॉस्टल में शिफ्ट हुई थी। उसके पिता उसे 23 नवंबर को नए हॉस्टल में शिफ्ट करवा कर गए थे।
बुधवार को सुसाइड की रात चंद घंटों पहले ही निशा की अपने पिता से फोन पर बात हुई थी। इसके बाद उससे संपर्क नहीं हुआ तो हॉस्टल संचालक को सूचना दी। हॉस्टल संचालक ने जाकर चेक किया तो निशा अपने कमरे में फंदे से झूलती मिली। घटना कोटा के महावीर नगर प्रथम जवाहर नगर थाना इलाके की है।
हॉस्टल संचालक श्याम पेशवानी ने बताया कि निशा यादव 21 कोटा में रहकर एक निजी कोचिंग से नीट की तैयारी कर रही थी। वह उत्तर प्रदेश के औरैया जिले की रहने वाली थी। वह मई के महीने में ही कोटा आई थी। पहले इन्द्र विहार इलाके में रहती थी। 18 नवंबर को ही निशा हॉस्टल बदलकर महावीर नगर प्रथम इलाके में रहने आई थी। उसके पिता ओसान सिंह भी उसके साथ थे। निशा के पिता 6 दिन कोटा रुककर 23 नवंबर को वापस लौटे थे। इसके बाद बुधवार देर रात भी निशा ने अपने पिता से फोन पर बात की थी। इसके चंद घंटों बाद निशा ने अपने कमरे में फांसी लगा ली।
जवाहर नगर थाना ASI कुंदन कुमार ने बताया कि फिलहाल सुसाइड का कोई कारण सामने नहीं आया है। घर वाले दिवाली के बाद निशा को यहां छोड़कर गए थे। बुधवार रात को निशा की घर वालों से बात हुई थी। इसके बाद निशा ने कमरे में पंखे से दुपट्टे का फंदा बनाया और उस पर लटककर सुसाइड कर लिया।
संचालक श्याम पेशवानी ने बताया कि बुधवार रात एक बार बात होने के बाद निशा के पिता ने उसे फिर से फोन किया था। लेकिन उसने फोन नहीं उठाया तो पिता को शक हुआ और उन्होंने रात 1 बजे हॉस्टल स्टाफ को फोन कर निशा से बात कराने को कहा। हॉस्टल स्टाफ के गेट बजाने पर निशा ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद स्टाफ ने मुझे जानकारी दी। फिर करीब 1 बजकर 30 मिनट पर गेट तोड़ा गया। अंदर पहुंचे तो देखा निशा फंदे पर लटकी हुई थी। पेशवानी ने बताया कि हॉस्टल में 19 कमरे हैं। करीब 12 गर्ल्स स्टूडेंट्स यहां रहती हैं। निशा के सुसाइड करने पर सभी सदमे में हैं। निशा के पिता ओसान सिंह और माता सरोज देवी कोटा पहुंच चुके हैं। निशा के पिता ओरैया जिले में ही खेती करते हैं।
3 दिन में दूसरी आत्महत्या से उठे सवाल
कोटा में 3 दिन में ये दूसरी सुसाइड की घटना है। 27 नवंबर सोमवार को पश्चिम बंगाल के रहने वाले फरीद ने फांसी लगाकर जान दी थी। फरीद भी नीट की तैयारी कर रहा था। बुधवार रात को निशा ने सुसाइड कर लिया। कोटा में लगातार हो रही कोचिंग स्टूडेंट्स की आत्महत्याओं की घटना से एक बार फिर कोचिंग संस्थानों और प्रशासन पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। इस तरह की घटना सामने आने के बाद प्रशासन की तरफ से बैठक कर कोचिंग संस्थानों को निर्देश जारी कर दिए जाते हैं। लेकिन कोचिंग संस्थान न तो कभी इन निर्देशों की पालना करते हैं और ना परवाह।
रिपोर्ट- अहमद सिराज फारूकी