– मन पर नियंत्रण के साथ मजबूत इच्छा शक्ति से छोड़ी जा सकती है नशे की लत
– प्रेरणा नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद पर 3 दिवसीय निशुल्क नशा मुक्ति शिविर शुरू
संवाददाता कोटा। प्रेरणा संस्था की 16 वीं वर्षगांठ पर बुधवार को 3 दिवसीय निशुल्क नशा मुक्ति शिविर का शुभारंभ सूरजपोल स्थित प्रेरणा नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद पर किया गया।
शिविर प्रेरणा संस्था के अध्यक्ष महेश हरितवाल की अध्यक्षता एवं संस्था मन आरोग्य न्यास के समन्वयक विजय राघव के मुख्य आतिथ्य में प्रारंभ हुआ। विजय राघव ने शिविर में उपस्थित संभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिंदगी की समस्याओं, संगत और शौक़ के रूप में नशे की शुरुआत लत बन जाती है। उन्होंने नशे के दुष्प्रभाव और रोकथाम के लिए युवाओं और समाज में जागरूकता पर जोर दिया। कहा कि कठिन प्रतियोगिता की मौजूदा संस्कृति में लक्ष्य हासिल नहीं कर पाने, बेरोजगारी एवं आर्थिक तंगी से निराशा और हताशा नशे की बढ़ती प्रवृत्ति के मुख्य कारण हैं। मन पर नियंत्रण के साथ मजबूत इच्छा शक्ति और सकारात्मक माहौल से ही नशे की लत आसानी से छोड़ी जा सकती है।
अध्यक्ष महेश हरितवाल ने नशा मुक्ति क्षेत्र में अपने बीस वर्ष के अनुभवों को साझा करते हुए संभागियों के सवालों और समस्याओं के समाधान को लेकर परामर्श दिया। महेश हरितवाल ने बताया कि आज समाज में बच्चों से लेकर युवा पीढ़ी मादक पदार्थों के नशे के जाल में तेजी से फंसती जा रही है। मादक पदार्थों के नशे की लत न केवल उनके परिवारों के लिए अपितु इसकी वजह से बढ़ते अपराधों के कारण समाज के लिए भी अभिशाप बनती जा रही है। इसलिए समाज में नशा मुक्ति जागरूकता के साथ साथ नशे की गिरफ्त में आए लोगों एवं उनके परिजनों की मदद के लिए उपचार एवं काउंसलिंग जैसे कार्यक्रमों की बेहद जरूरत है।
-अहमद सिराज फारूकी